‘बरु गोली खान तयार छौँ, तर माग पूरा नभएसम्म घर फर्किन्नौँ’
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार
अर्थ सरोकार